कभी खत्म नहीं होगा सुपरस्टार का दौर, मेहनत के बलबूते पाया है यह मुकाम: सलमान खान

Nov 23 2021

कभी खत्म नहीं होगा सुपरस्टार का दौर, मेहनत के बलबूते पाया है यह मुकाम: सलमान खान

कोविड-19 के दौर में सिनेमाघरों के बंद होने का भरपूर फायदा ओटीटी प्लेटफार्म को मिला। पहले जहाँ गिने-चुने युवा ओटीटी पर नजर आते थे, कोविड-19 के दौरान पूरा का पूरा परिवार ओटीटी पर नजर आने लगा। फिल्म उद्योग ने भी कोविड-19 की परिस्थितियों के अनुरूप स्वयं को बदला और फिल्मों का सीधा प्रसारण ओटीटी पर होने लगा। इस दौरान जहाँ अमिताभ बच्चन, सलमान खान, अक्षय कुमार अपनी फिल्मों के ओटीटी पर लाए वहीं बॉलीवुड के युवा सितारे आयुष्मान खुराना, राजकुमार राव, कार्तिक आर्यन जैसे सितारे भी इस माध्यम को अपने लिए आजमाते नजर आए। बड़े सितारों को तो सफलता नहीं मिली लेकिन इन युवा सितारों को जरूर दर्शकों ने सिर माथे बिठाया। बड़े सितारों को दर्शकों ने सिनेमाघरों में ही देखना रैफर किया। नतीजा सूर्यवंशी की सफलता के रूप में सामने आया। ओटीटी के बढ़ते वर्चस्व को देखते हुए अब ये कहा जाने लगा है कि इससे हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में स्टारडम एरा खत्म हो जाएगा लेकिन सुपरस्टार सलमान खान ऐसा नहीं मानते।

खत्म नहीं होगा सुपरस्टार का दौर
हाल ही में एक मीडिया इंटरेक्शन के दौरान सलमान ने इस मुद्दे पर अपनी राय रखी और कहा, हम जाएंगे तो कोई और आएगा। मुझे नहीं लगता कि स्टार्स का दौर कभी खत्म होगा। ये कभी खत्म नहीं होगा। ये हमेशा रहेगा। अब ये कई चीजों पर निर्भर करेगा जैसे फिल्मों का सलेक्शन कैसा है, रियल लाइफ में आप कैसे हैं आदि। अब ये कई चीजों का पैकेज होगा। अब यंग जनरेशन के पास अपना सुपर स्टारडम होगा। साक्षात्कार में आगे बात करते हुए सलमान खान ने कहा कि, मैं कई सालों से सुन रहा हूं कि ये अंतिम जनरेशन है, हम यंग जनरेशन के लिए सब कुछ इतना आसान नहीं छोडऩे वाले हैं। हम उन्हें सब कुछ सौंपकर नहीं जाने वाले हैं। मेहनत करो भाई, पचास प्लस में हम मेहनत कर ही रहे हैं तो आप भी मेहनत करो।

गौरतलब है कि सलमान खान आगामी शुक्रवार को अपनी फिल्म अंतिम: द फाइनल ट्रूथ के जरिये दर्शकों के सामने आने की तैयारी कर रहे हैं। वर्ष 2019 में वे आखिरी बार दबंग-3 के जरिये दर्शकों के सामने आए थे। कोविड-19 के चलते उनकी पिछली फिल्म राधे : यूअर मोस्ट वांटेड भाई का प्रदर्शन ओटीटी प्लेटफार्म पर हुआ था जहाँ इस फिल्म को असफलता का मुँह देखना पड़ा था।