मधुमेह पीडि़तों के लिए फायदेमंद है राजमा, ब्लड शुगर को करता है नियंत्रित

Nov 22 2021

मधुमेह पीडि़तों के लिए फायदेमंद है राजमा, ब्लड शुगर को करता है नियंत्रित

मधुमेह से पीडि़त व्यक्तियों को पूड़ी, मिठाई, चाय में चीनी आदि खाने से मना किया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि डायबिटिक व्यक्ति को राजमा खाने से कभी मना नहीं किया जाता है। चिकित्सकों का कहना है कि राजमा ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है। राजमा स्वाद में ही लाजवाब नहीं है बल्कि इसके कई स्वास्थ्य लाभ भी हैं। राजामा प्रोटीन का सबसे अच्छा शाकाहारी भोजन है। राजमा एक ऐसी सब्जी है जिसे सेहत के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। राजमा को किडनी बींस के नाम से भी जाना जाता है। राजमा में ढेर सारे एंटी-ऑक्सिडेंट्स, फाइबर, आयरन, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम, सोडियम और कई पोषक तत्व होते हैं। इतना ही नहीं इसमें मौजूद घुलनशील फाइबर शरीर में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा को कम करने में मदद कर सकते हैं। राजमा, कई विटामिन और खनिजों का एक अद्भुत स्रोत है, जिनमें फोलेट, लोहा, मैंगनीज, मोलिब्डेनम, तांबा, विटामिन के1 और फास्फोरस शामिल हैं। ये न केवल बेहद पौष्टिक माने जाते हैं, बल्कि ये शरीर को अन्य प्रकार से भी फायदा पहुंचाते हैं।

राजमा को खाने से शरीर को क्या- क्या लाभ होते हैं आइए डालते हैं एक नजर उन पर—
कार्बोहाइड्रेट—राजमा में काफी मात्रा में कार्बोहाइड्रेट पाये जाते हैं, जो कि उच्च गुणवत्ता वाले होते हैं। राजमा में कार्बोहाइड्रेट काब्र्स स्टार्च के रूप में मौजूद होते हैं। स्टार्च ग्लूकोज की लंबी श्रृंखलाओं से बना होता है, जिसे एमाइलोपेक्टिन और एमाइलोज के रूप में जाना जाता है। राजमा के स्टार्च को पचने में समय लगता है और अन्य प्रकार के स्टार्च की तुलना में ब्लड शुगर स्तर में धीमी बढ़त करता है। यही गुण डायबिटीज के मरीज के लिए बेहद कीमती है।

फाइबर—राजमा में भरपूर मात्रा में फाइबर पाया जाता है। राजमा आपके कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। साथ ही यह घुलनशील और अघुलनशील फाइबर के लिए जाना जाता है। घुलनशील फाइबर खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और दूसरी ओर अघुलनशील फाइबर पाचन और नियमित मल त्याग में मदद करता है।

प्रोटीन—राजमा प्रोटीन का एक प्रमुख स्रोत है। इसमें वसा भी नाम मात्र के लिए पाया जाता है। इसके विपरीत, जैसे दूध डेयरी उत्पाद, रेड मीट और अंडे में संतृप्त वसा और कोलेस्ट्रॉल पाया जाता है। यह खाद्य सामग्री मधुमेह पीडि़तों के स्वास्थ्य के लिए सही नहीं है। इनके साथ पर मधुमेह से पीडि़त व्यक्तियों को अपने भोजन में राजमा को शामिल करना चाहिए।

पोटैशियम—माना जाता है कि राजमा में भरपूर मात्रा में पोटैशियम होता है। यह वह खनिज है जिसकी आपके शरीर को विभिन्न कार्यों को करने के लिए अत्यधिक आवश्यकता होती है। आपके आहार में अपर्याप्त पोटैशियम उच्च रक्तचाप का कारण बन सकता है, जो मधुमेह वाले लोगों के लिए गंभीर हो सकता है। इसलिए अपने आहार में राजमा को शामिल करना और रक्तचाप को नियंत्रण में रखने में मदद करना महत्वपूर्ण हो जाता है।