बीपी को नियंत्रण में रखने के साथ ही पाचन तंत्र को मजबूती प्रदान करती है मूली

Nov 17 2021

बीपी को नियंत्रण में रखने के साथ ही पाचन तंत्र को मजबूती प्रदान करती है मूली

सर्दियों के दिन शुरू हो चुके हैं। बाजार में इन दिनों हरे पत्तों के साथ सफेद रंग की मूली बहुतायत में उपलब्ध है। सर्दियों में मूली का सेवन अवश्य करना चाहिए। मूली खाने से इम्यूनिटी मजबूत होती है। यह सीजनल सब्जी है और अधिक फायदा करती है, डॉक्टर भी सीजनल सब्जी खाने की सलाह देते हैं। सर्दी के मौसम में गाजर, चुकंदर और टमाटर के साथ मूली का सेवन भी जरूर करें। सर्दियों में मूली खाने से सेहत को बड़े फायदे होते हैं। मूली विटामिन ई, ए, सी, बी-6 और विटामिन के से भरपूर होती है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट, फाइबर, जस्ता, पोटेशियम, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम, कैल्शियम, आयरन और मैंगनीज अच्छी मात्रा में पाया जाता है। ये सारे पोषक तत्व हमारे शरीर को अंदर से सेहतमंद बनाते हैं। तो आइए जानते हैं मूली खाने के फायदे—

पाचन तंत्र
मूली में अधिक मात्रा में फाइबर पाया जाता है। जो लोग हर दिन सलाद के रूप में मूली खाते हैं उनके शरीर में कभी भी फाइबर की कमी नहीं होती है। फाइबर की वजह से पाचन तंत्र सही ढंग से काम करता है। इसके अलावा मूली लिवर और गाल ब्लैडर को भी सुरक्षित रखती है। मूली ना केवल पाचन तंत्र के लिए अच्छी होती है, बल्कि ये एसिडिटी, मोटापा, गैस्ट्रिक समस्या और मितली जैसी समस्याओं को भी ठीक करने में मददगार होती है।

कम करती मोटापा
मोटापे के मरीजों के लिए मूली लाभकारी है। इसके लिए मूली के रस में नींबू और सेंधा नमक मिलाकर पिएं। इसके सेवन से धीरे-धीरे मोटापा कम होने लगता है।

गुर्दे के लिए फायदेमंद
मूली का रस और मूली दोनों ही गुर्दे संबंधी परेशानियों से निजात दिलाती है। मूली के रस में सेंधा नमक मिलाकर नियमित रूप से पीने पर गुर्दे साफ होते हैं और गुर्दे की पथरी भी समाप्त हो जाती है।

मूत्ररोग
मूली के रस का सेवन मूत्ररोग या इससे संबंधित किसी भी प्रकार की समस्या में फायदेमंद साबित होता है। यह मूत्र मार्ग के हानिकारक तत्वों को खत्म कर संक्रमण फैलने से बचाता है और जलन, सूजन व अन्य समस्याओं से निजात दिलाती है।

इम्यूनिटी
मूली में विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूती प्रदान करता है। इम्यूनिटी सिस्टम के मजबूत होने पर सर्दियों में होने वाले कफ और सर्दी-जुकाम से आपका बचाव होता है। मूली शरीर से सूजन और जलन कम करने के साथ उम्र को बढऩे से रोकने में भी सहायक है।


दांतों के लिए फायदेमंद
दांतों का पीलापन खत्म करने में मूली मददगार साबित होती है। दाँतों का पीलापन दूर करने के लिए आप मूली के छोटे टुकड़ों में नींबू का रस डालकर दांतों पर रगड़ें या कुछ देर तक चबाते रहें और फिर थूक दें। इस तरह से दांतों का पीलापन कम होगा। मूली के रस का कुल्ला करने पर भी दांत मजबूत होंगे।


गले में दर्द
अगर गले में दर्द या सूजन हो तो मूली के रस में सेंधा नमक मिलाकर गरम करें और इस गुनगुने पानी से गरारे करें। इससे गले की सिकाई होगी और सूजन कम होती है।

त्वचा के लिए फायदेमंद
त्वचा को बेदाग, नर्म और मुलायम बनाने के लिए मूली के पत्तों का रस त्वचा पर लगाएं। इसके अलावा इसका पेस्ट बनाकर भी त्वचा पर लगाया जा सकता है। यह रूखी और खुश्क त्वचा से निजात दिलाएगा और त्वचा को बेदाग बनाएगा।

हड्डियों को मजबूती
मूली में कैल्शयिम भरपूर मात्रा में पाया जाता है। जो हड्डियों को मजबूत करने में सहायक है। इसे खाने से जोड़ों में दर्द से भी राहत मिलती है और सूजन से भी।

लिवर व ब्लड प्रेशर कंट्रोल
मूली का रोजाना सेवन से लिवर स्वस्थ रहता है और उसे मजबूती मिलती है। कब्ज या बवासीर की परेशानी में भी मूली बेहद कारगर उपाय है। पेट संबंधी हर समस्या का हल मूली के पास है। मूली ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखती है। मूली शरीर को पोटेशियम पहुंचाती है। अगर आपको हाइपरटेंशन की शिकायत है तो अपनी डाइट में मूली को जरुर शामिल करें। आयुर्वेद के अनुसार मूली खून पर शीतल प्रभाव डालती है।

दिल की बीमारियां
मूली एंथोसायनिन का अच्छा स्त्रोत माना जाता है, जिससे हमारा दिल सही ढंग से काम कर पाता है। रोज मूली खाने से हृदय रोगों का खतरा कम होता है। मूली में फोलिक एसिड और फ्लेवोनॉयड्स भी अच्छी मात्रा में पाया जाता है। मूली खून में ऑक्सीजन की आपूर्ति भी बढ़ाती है।

रक्त वाहिकाओं को मिलती मजबूती
मूली में अच्छी मात्रा में कोलेजन पाया जाता है जो हमारी रक्त वाहिकाओं को मजबूती प्रदान करती है। इसकी वजह से एथेरोस्क्लेरोसिस जैसी गंभीर बीमारी होने की संभावना कम हो जाती है।

नींद
नींद न आने की स्तिथि में मूली का सेवन फायदेमंद रहता है। यह न केवल नींद न आने की समस्या से छुटकारा दिलाएगी बल्कि नींद लेने के लिए प्रेरित करेगी।

ब्लड शुगर को नियंत्रित करती है
डायबिटीज के मरीज भी मूली का सेवन कर सकते हैं। यह ब्लड शुगर की मात्रा को कम करती है। हालांकि हाई ब्लड शुगर होने पर इसका सेवन नहीं करना चाहिए। या डॉक्टर की सलाह से ही सेवन करें।