टेक्नोलॉजी: बिजली उत्पादन ठप्प होने पर भी अब नही होगा पावर कट, मिलेगी सस्ती दरों पर बिजली

Sep 29 2021

टेक्नोलॉजी: बिजली उत्पादन ठप्प होने पर भी अब नही होगा पावर कट, मिलेगी सस्ती दरों पर बिजली

इंडिया इमोशंस, ऋषिकेश। एशिया का नंबर वन टिहरी बांध बनाने वाली टीएचडीसी कंपनी अब ऐसी टेक्नोलॉजी पर काम करना शुरू कर रही है जिससे बिजली उत्पादन के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित होंगे। जिससे बिजली की कमी से कभी भी देश को जूझना नहीं पड़ेगा।

दरअसल आज तक आपने बैटरी में बिजली की पावर को स्टोरेज करते हुए तो जरूर देखा होगा, लेकिन बड़े-बड़े पावर हाउस से उत्पादित होने वाली बिजली को स्टोर करने की बात नहीं सुनी होगी। मगर यह बात बहुत जल्द हकीकत में बदलती हुई दिखाई देगी।

टीएचडीसी कंपनी एक ऐसी ही टेक्नोलॉजी पर काम कर रही है। जिससे कि ज्यादा से ज्यादा बिजली का उत्पादन कर उसे स्टोरेज भी किया जा सके। जिसे नेशनल हाइड्रो मिशन का नाम दिया गया है। यह केंद्र सरकार की प्रस्तावित योजना है। जिस पर टीएचडीसी ने काम करना शुरू कर दिया है।

मामले में अधिक जानकारी देते हुए टीएचडीसी के सीएमडी राजीव बिश्नोई ने बताया कि इस योजना को धरातल पर उतरने के बाद कभी भी देश में बिजली की कमी नहीं होगी। इस योजना के लिए देश में कई जगह प्लांट लगाए जाएंगे।

इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन घटाएंगे पेट्रोल डीजल की खपत
वर्तमान समय में लगातार प्रदूषित हो रहे पर्यावरण को बचाने के लिए डीजल और पेट्रोल की गाड़ियों को कम करते हुए इलेक्ट्रिक वाहनों को चलाने पर ज्यादा जोर सरकार देने में लगी है। ऐसे में विदेशों की तर्ज पर भारत के अंदर भी जगह-जगह इलेक्ट्रिक वाहनों को चार्ज करने के लिए इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन बनाने की योजना टीएचडीसी ने बनाई है जिसे केंद्र सरकार की ओर से हरी झंडी भी मिल चुकी है। प्रत्येक शहर में बने इन इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन का मकसद केवल यही होगा कि देश में ज्यादा से ज्यादा इलेक्ट्रिक वाहनों का चलन बड़े जिससे प्रदूषण कम से कम हो।

घरेलू उपभोक्ताओं को मिलेगी सस्ती दरों पर बिजली
घरेलू गैस सिलेंडर के दामों में लगातार हो रही बेहताशा वृद्धि को लेकर भी टीएचडीसी चिंतित नजर आ रही है। महिलाओं का बजट कम करने के लिए भी टीएसडीसी ने एक योजना तैयार की है। जिसका नाम इलेक्ट्रिक कुकिंग दिया गया है। इस योजना के तहत सस्ती दरों पर बिजली घरों को उपलब्ध कराई जाएगी। जिससे कि ज्यादा से ज्यादा खाना बनाने का काम बिजली के उपकरणों पर किया जा सके।

वायुमंडल से कार्बन को खींचकर कम करेगी टीएचडीसी की टेक्नोलॉजी
वाहनों और बड़ी-बड़ी फैक्ट्रियों के चिमनीओं से निकलने वाले धुंए से पैदा हो रहे कार्बन को भी वायुमंडल से कम करने का फैसला टीएचडीसी ने लिया है। इसके लिए बकायदा एक नई टेक्नोलॉजी पर तेजी से काम किया जा रहा है। जो विदेशी टेक्नोलॉजी पर आधारित है। इस टेक्नोलॉजी से टीएचडीसी हर शहर में एक प्लांट लगाएगी। जो वायुमंडल के अंदर से कार्बन को खींच कर पहले तो स्टोर करेगी, फिर उसे एक ऑयल के रूप में तब्दील कर देगी। ऑयल को किस प्रयोग में लाया जा सकता है, यह अभी तय नहीं हुआ है। सीएमडी ने बताया कि टीएसडीसी केवल ऊर्जा के ही नहीं बल्कि कई अन्य योजनाओं पर काम करके भारत को उन्नति की ओर अग्रसर करने का प्रयास करने में जुटी हुई है।