नेम प्लेट में नहीं होने चाहिए नीले, काले, ग्रे रंग में अक्षर, लगाते समय रखें इन बातों का ध्यान

Jan 21 2023

नेम प्लेट में नहीं होने चाहिए नीले, काले, ग्रे रंग में अक्षर, लगाते समय रखें इन बातों का ध्यान

खूबसूरत घर की सबसे पहली खूबसूरती घर के मुख्य प्रवेश द्वार के दाईं ओर लगी नेम प्लेट होती है, जो आगंतुक को आपके व आपके परिवार के बारे में जानकारी देती है। वर्तमान में कमोबेश हर घर के मुख्य प्रवेश द्वार पर एक नेम प्लेट दिखाई दे जाती है। भिन्न-भिन्न आकार व डिजाइन में लगी ये नेमप्लेट घर की खूबसूरती में चार चाँद लगाने का काम करती हैं। वास्तु में घर के हर एक कोने और घर में रखी हर एक चीज का खास महत्व होता है। वास्तु शास्त्र में कई ऐसे उपाय बताए गए हैं जिसे अपनाकर जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली लाई जा सकती है।

वास्तु के अनुसार घर के बाहर लगी नेम प्लेट का भी घर के सदस्यों पर गहरा प्रभाव पड़ता है। कभी-कभी घर के बाहर गलत तरीके से लगा हुआ नेम प्लेट वास्तु दोष पैदा करता है। इसलिए घर के बाहर लगी नेम प्लेट को लेकर कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है ताकि घर में यश, कीर्ति और सुख-समृद्धि का आगमन हो।

आज हम अपने खास खबर डॉट कॉम के पाठकों को घर के बाहर लगने वाली नेम प्लेट को लगाते वक्त किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए व क्या सावधानियाँ बरतनी चाहिए, के बारे में बताने जा रहे हैं। आइए डालते हैं एक नजर नेम प्लेट लगाते समय ध्यान देने योग्य बातें—

1. नेम प्लेट हमेशा घर के मुख्य प्रवेश द्वार के दाईं लगाई जानी चाहिए। इसे हमेशा साफ सुथरा रखना चाहिए। अधिकांश घर के बाहर लगी नेम प्लेट पर धूल के परतें को देखा जाता है। कोशिश करके नेमप्लेट को रोज प्रात: उठते ही साफ करना चाहिए।

2. नेमप्लेट हमेशा का आकार सही होना चाहिए। नेम प्लेट पर कम से कम दो लाइन लिखी हुई होनी चाहिए। कई घरों के बाहर सिर्फ घर का पता लिखा नेम प्लेट लगी होती है, यह वास्तु शास्त्र के अनुसार सही नहीं है। पते से पहले घर के मालिक का नाम लिखा होना चाहिए।

3. नेम प्लेट पर लिखे जाने वाले अक्षरों की बनावट ऐसी हो जो पढऩे में साफ हो। नेम प्लेट पर फॉन्ट ना तो बड़े साइज में और ना ही बहुत छोटे में होना चाहिए। नेमप्लेट की लिखावट ऐसी हो जिसे हर उम्र का व्यक्ति आसानी से पढ़ सके।

4. इस पर नाम इस तरीके से लिखा हो कि वे ज्यादा भरी हुई न लगे। नेम प्लेट हमेशा दीवार या दरवाजे की बीच में लगानी चाहिए।

5. वास्तु के अनुसार, वृत्ताकार, त्रिकोण और विषम आकृति की नेम प्लेट घर के लिए सबसे अच्छी होती है। वास्तु के अनुसार लगी नेम प्लेट घर के भीतर वास्तु दोष को आने से रोकती है। इससे घर पर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और गृह क्लेश और बीमारियां दूर होती हैं।

6. नेम प्लेट कहीं से टूटा-फूटा नहीं होनी चाहिए और ना ही इसमें छेद होना चाहिए। इससे घर में नकारात्मकता आती है। नेम प्लेट का रंग घर के मुखिया की राशि के आधार पर ही चुना जाना चाहिए। नेम प्लेट पर सफेद, हल्का पीला, केसरिया आदि जैसे मिलते-जुलते रंगों का प्रयोग करें।

7. भूलकर भी नीले, काले, ग्रे या फिर इसी तरह से मिलते-जुलते गहरे रंगों का प्रयोग नेम प्लेट पर ना करें।

8. प्रयास करके तांबा, स्टील या पीतल की धातु से बनी नेम प्लेट लगानी चाहिए। यदि इन धातुओं की प्लेट नहीं मिले तो फिर लकड़ी और पत्थर के बने नेम प्लेट को भी लगाया जा सकता है।

9. नेम प्लेट के एक ओर गणपति या फिर स्वास्तिक का चिन्ह बनवाना भी शुभ माना जाता है। रात में नेमप्लेट पर रोशनी के लिए आप एक छोटा सा बल्ब भी लगवा सकते हैं।

आलेख में दी गई जानकारियों को लेकर हम यह दावा नहीं करते कि यह पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।