इस वर्ष दो सूर्य ग्रहण, भारत में दिखाई नहीं देंगे, कोई महत्त्व नहीं

Apr 11 2023

इस वर्ष दो सूर्य ग्रहण, भारत में दिखाई नहीं देंगे, कोई महत्त्व नहीं

वर्ष 2023 में दो सूर्य ग्रहण लगेंगे। गुरुवार 20 अप्रैल को साल का पहला सूर्य ग्रहण लगेगा। वैशाख अमावस्या पर होने वाला ये पूर्ण सूर्य ग्रहण रहेगा। हालांकि ये भारत में नहीं दिखेगा, इसलिए ये भी सिर्फ खगोलीय नजरिये से ही खास रहेगा। 20 अप्रैल, गुरुवार को लगने वाला सूर्य ग्रहण अंटार्कटिका, ऑस्ट्रेलिया, इंडोनेशिया, फिलिपिंस, हिंद महासागर और प्रशांत महासागर के दक्षिणी हिस्सों में दिखेगा, इसलिए इन जगहों पर इस ग्रहण का असर भी रहेगा।

भारतीय समय के मुताबिक ये पूर्ण सूर्य ग्रहण सुबह करीब 7.04 पर शुरू होकर दोपहर 12.29 पर खत्म होगा। करीब 5 घंटे 25 मिनट के इस ग्रहण में 1 मिनिट 12 सेकंड तक वलयाकार स्थिति बनेगी।

अगला सूर्य ग्रहण 14 अक्टूबर को लगेगा। ये 2023 का दूसरा और साल का आखिरी सूर्य ग्रहण होगा। ये वलयाकार सूर्य ग्रहण अश्विन मास की अमावस्या यानी सर्वपितृ अमावस्या पर रहेगा, लेकिन भारत में नहीं दिखेगा। इस कारण इसका धार्मिक महत्व नहीं रहेगा। जिससे पितृ पर्व पर किए जाने वाले स्नान-दान और पूजा पाठ में सूतक का दोष नहीं लगेगा।

यह दोनों सूर्य ग्रहण अमावस्या पर लगेंगे। हालांकि भारत में इन दोनों सूर्य ग्रहणों का धार्मिक रूप से कोई महत्व नहीं होगा। इसके कारण इनका सूतक काल भी देश में नहीं माना जाएगा। अमावस्या पर होने वाले धार्मिक काम करने में किसी भी तरह का दोष नहीं रहेगा। स्नान-दान और पूजा-पाठ किए जा सकेंगे।

वैशाख अमावस्या पर लगने वाले सूर्य ग्रहण का धार्मिक महत्व नहीं रहेगा, लेकिन ये खगोलिय और ज्योतिषीय नजरिये से खास माना जा रहा है। ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि इस ग्रहण का असर 12 राशियों के साथ ही देश-दुनिया पर भी पड़ेगा। इस कारण प्राकृतिक आपदाएं आने और राजनीति बदलाव होने के संकेत दिख रहे हैं। साथ ही इस ग्रहण से कई लोग मानसिक तौर से परेशान भी रहेंगे।