वास्तुशास्त्र के अनुरूप होना चाहिए बेडरूम, रिश्ते में रहती हैं खुशियाँ

Mar 18 2023

वास्तुशास्त्र के अनुरूप होना चाहिए बेडरूम, रिश्ते में रहती हैं खुशियाँ

वास्तुशास्त्र, एक ऐसा शास्त्र जिसके अन्दर घर-परिवार की हर समस्या का समाधान मौजूद है। भौतिक सुखों की ओर दौड़ते हुए अब वास्तुशास्त्र का महत्त्व बहुत बढ़ गया है। अपने परिवार को सुखी, सुविधा सम्पन्न और गृह कलह से दूर रखने के वास्ते व्यक्ति वास्तु शास्त्र का सहारा लेता है। कहा जा सकता है कि यदि हर दूसरे दिन आपका अपने साथी से झगड़ा या वाद-विवाद होता रहता है तो आवश्यक है कि आप अपने बेडरूम के वास्तुशास्त्र पर ध्यान दें। कई बार गलत वास्तु के कारण घर-परिवार में नकारात्मकता बढ़ जाती है, जिसका प्रभाव आपसी रिश्तों पर पड़ता है। आज हम अपने खास खबर डॉट कॉम के पाठकों को वास्तु शास्त्र के अनुसार बताए कुछ ऐसे उपाय बताने जा रहे हैं जिनके अनुरूप बेडरूम को परिवर्तित किया जाए तो दम्पत्ति के बीच हमेशा खुशियाँ बनी रहेंगी। आइए डालते हैं एक नजर उन उपायों पर—

दीवारों में न हो दरार
बेडरूम की दीवारों में कहीं भी किसी प्रकार की दरार नहीं होनी चाहिए। वास्तुशास्त्र का कहना है कि बेडरूम की दीवारें टूटी-फूटी होने से घर में परेशानियों का आगमन होता है और दम्पत्ति में आपसी कलह होती है। रोज-रोज की यह कलह रिश्तों को समाप्ति की ओर धकेलती है। ऐसे में यदि आपके बेडरूम की दीवारों में कहीं कोई दरार या टूट-फूट है तो उसे तुरन्त प्रभाव से सही कराएँ।

दक्षिण पश्चिम में होना चाहिए
बेडरूम का सीधा प्रभाव जिंदगी पर पड़ता है। यही वो जगह होती है, जहाँ चैन से कुछ पल बिताने को मिलते हैं। दिन-भर की भागदौड़ के बाद इंसान को यहीं पर आकर कुद सुकून मिलता है। बेडरूम का चुनाव करते समय ध्यान रखें कि बेडरूम दक्षिण पश्चिम दिशा में ही होना चाहिए और बेड को भी इसी कोने में रखें। अगर बेड किसी दूसरे कोने में रखा होगा तो नींद आने में मुश्किल होगी और तनाव भी रहेगा।

उत्तर-पश्चिम दिशा में नहीं होना चाहिए
वास्तुशास्त्र का कहना है कि घर के मालिक का शयनकक्ष घर की उत्तर-पश्चिम दिशा में नहीं होना चाहिए। यदि इस दिशा में मालिक का शयनकक्ष है तो घर में अस्थिरता का माहौल बना रहता है।

हिंसक तस्वीरों से बचाव
बेडरूम में, फिर चाहे वह आपका हो या आपके बच्चों का, कभी भी हिंसक तस्वीर नहीं लगानी चाहिए। इसके साथ ही बेडरूम की दीवारों का रंग हल्का होना चाहिए। हल्का रंग रोशनी का सुचालक होता है। हल्के रंगों से कमरे में रोशनी का भाव रहता है, जो सकारात्मकता का संकेत देता है।

आलेख में दी गई जानकारियों को लेकर हम यह दावा नहीं करते कि यह पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। इन्हें अपनाने से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।